मध्य प्रदेश के अशोकनगर जिले में कन्या पूजन के बहाने महिलाओं को नोट बांटने वाले भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार का वीडियो वायरल हो गया. इसके बाद उनके खिलाफ आचार संहिता उल्लंघन का मामला दर्ज किया गया है. बीजेपी उम्मीदवार का नाम जजपाल सिंह जज्जी है. ये वही नेता हैं जो पिछले 5 साल से जाति प्रमाण पत्र के चक्कर में फंसे हुए थे.
केस दर्ज होने के बाद बीजेपी प्रत्याशी के कबूलनामे का वीडियो भी वायरल हो गया.
वायरल हुआ वीडियो नवदुर्गा उत्सव के दौरान अष्टमी का बताया जा रहा है. मंगलवार को पुलिस ने बीजेपी प्रत्याशी जजपाल सिंह जज्जी के भाई शीतल सिंह और समर्थक प्रताप भानु सिंह यादव पप्पू रातीखेड़ा के खिलाफ मामला दर्ज किया था. शुरुआती जांच के बाद इस मामले में बीजेपी प्रत्याशी को भी आरोपी बनाया गया है. कन्या पूजन के बहाने महिलाओं को नोट बांटने का वीडियो वायरल होने के बाद एक और वीडियो वायरल हुआ है. इसमें बीजेपी प्रत्याशी जजपाल सिंह जज्जी कह रहे हैं कि भले ही उन पर हजारों मुकदमे दर्ज हो जाएं, लेकिन वह भारतीय संस्कृति को बचाने के लिए कन्या पूजन करते रहेंगे.
कन्या पूजन में महिलाओं को नोट क्यों बांटे: कांग्रेस मीडिया प्रभारी
अशोकनगर में इस मामले को संस्कार और संस्कृति से जोड़ दिया गया है. कांग्रेस पार्टी ने आचार संहिता में गड़बड़ी की शिकायत की थी, लेकिन जनता के बदलते मूड को देखकर कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार अपने रुख से पीछे हट गए हैं. कांग्रेस पार्टी के मीडिया प्रभारी रितेश जैन का कहना है कि कन्या पूजन में अधिकतम 13 साल तक की कन्याओं को आमंत्रित किया जाता है, लेकिन वायरल वीडियो में बीजेपी प्रत्याशी महिलाओं को 500-500 रुपये के नोट देते नजर आ रहे हैं.


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